द्वन्द
विचारों का
कल्पनाओं का
स्वप्नों का
भावनाओं का
संवेदनाओं का
जिज्ञासाओं का
अपेक्षाओं का
महत्वाकांक्षाओं का
लिप्साओं का
आशाओं का
निराशाओं का
हताशाओं का
अंतर्वेदनाओं का
अंतर्विज्ञान का
भ्र्म का
सत्य का...
आखिर क्या है ये द्वन्द
एक हाड़-मांस के पुतले के अंदर, कितने द्वन्द बंद हैं
कभी सोचा है ?
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